हाटी जनजाति समुदाय, गिरिपार सिरमौर, हि० प्र०

📅 01 Sep 2025 by Digital-Hatti

देव संस्कृति

सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र की देव संस्कृति हिमालय की प्राकृतिक सुंदरता और पर्वतीय जीवनशैली से गहराई से जुड़ी हुई है। इस क्षेत्र की खासियत यह है कि यहाँ स्थानीय देवी-देवताओं की पूजा और धार्मिक रीति-रिवाज रोजमर्रा के जीवन का हिस्सा हैं। स्थानीय देवता और देवी पूजा गाँव-गाँव में स्थानीय देवी-देवताओं की पूजा होती है, जिनमें गिरिपार माता और ग्राम देवी प्रमुख हैं। ये देवता न केवल सुरक्षा और समृद्धि के प्रतीक हैं, बल्कि सामाजिक और धार्मिक एकता भी बनाए रखते हैं। उत्सव और धार्मिक अनुष्ठान देव संस्कृति में वार्षिक मेले, पूजा, भजन, कीर्तन और नृत्य शामिल हैं। इन अवसरों पर लोग लोकगीत और पारंपरिक वाद्य यंत्रों के माध्यम से देवी-देवताओं की महिमा का गान करते हैं। लोक मान्यताएँ और जीवन में आस्था पर्वतीय जीवन में देवी-देवताओं के प्रति गहरी श्रद्धा होती है। लोग मानते हैं कि ये देवता प्राकृतिक आपदाओं और बुरे समय से सुरक्षा करते हैं। देव संस्कृति यहाँ के लोगों की सांस्कृतिक पहचान और सामाजिक जीवन का अहम हिस्सा है।