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Haati Movement Expanding ..
गिरिपाि क्षेत्र हाटी समदुय को जनजाति का संवैधातनक दजाा ददलाने हेिुआज िक की िई प्रमख कायवा ाही एवं प्रयास हमािे गिरिपाि का क्षेत्रफल 1299 विा ककलोमीटि है I इसमें 144 ग्राम पंचायिें आिी है औि विामान समय में हाटी की
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गिरिपाि क्षेत्र हाटी समदुय को जनजाति का संवैधातनक दजाा ददलाने हेिुआज िक की िई प्रमख कायवा ाही एवं प्रयास
हमािे गिरिपाि का क्षेत्रफल 1299 विा ककलोमीटि है I इसमें 144 ग्राम पंचायिें आिी है औि
विामान समय में हाटी की जनसंख्या लिभि पौने िीन लाख है I गिरिपाि क्षेत्र में िहने वाले हम
सभी जातियों डूम, चमाि, चनाल, ििूी, ढाकी, बाजिी, लोहाि, बाड़ोई, ममयां, पाबचू , देवा, भाट,
खोश, आदद आिे हैं I यदद हाटी समुदाय को जनजाति का संवैधातनक दजाा ममलिा है िो सभी
जातियों को भी उसका लाभ ममलेिा साथ ही उनको आज िक सिकाि के ओि से ममल िहे
अगधकाि भी सिुक्षक्षि िहेंिे I प्रश्न यह भी है कक हमािा हाटी
समुदाय जनजाति का दजाा क्यों चाहिा हैऔि ममलिा कैसे हैं?
जनजाति का दजाा ममलने से हमािी जो अपनी मूल लोक सस्ं कृति, अच्छी पिम्पिाएँ, बोली भाषा,
मेले त्यौहाि हैं वे सभी बचे िहेंिे औि क्षेत्र में ववकास कायों के मलए अतिरिक्ि बजट ममलेिा साथ
ही हमािे मशक्षक्षि युवाओं को नौकरियों में भी ववशषे आिक्षण ममलेिा I उच्च मशक्षा के मलए
ववद्यागथायों को वजीफा ममलेिा I
जनजाति का संवैधातनक दजाा उस समुदाय को ममलिा हैजजनकी अपनी ववमशष्ट लोक संस्कृति,
मेले- त्यौहाि, बोली, पिम्पिाएँ, खान-पान, पकवान, देवी-देविा आदद अलि हों जैसे हमािे पड़ोसी
जौनसाि-बावि में है इसमलए जौनसाि बावि की िजा पि हम जनजाति का दजाा चाहिे हैं I हमािे
गिरिपाि क्षेत्र औि जौनसाि बावि के सेंकडों िाँवों में आज भी दाईचािा-भाईचािा ववद्यमान है
आपस में िोटी-बेटी के रिश्िे हैं I जौनसाि बावि को 1967 ई0 में जनजाति का संवैधातनक दजाा
ममल चुका है I िभी से हमािे पिूविी वरिष्ठ लोिों ने प्रयास ककये जजसके कािण आज िक जो
प्रमुख कायावाही हुई वह तनम्न प्रकाि से हैं
:-
1. वषा 1979 मेंठाकुि सेन नेिी जो दहमाचल ववधानसभा के अध्यक्ष िथा केन्द्रीय जनजाति
आयोि के सदस्य थे उन्द्होंने हमािे गिरिपाि क्षेत्र का दौिा ककया था औि हमािी मांि को
जायज बिािे हुए दहमाचल औि कें र सिकाि से मसफारिश भी की I
2. 1983 ई0 में हमािे वरिष्ठ लोिों ने एक हाटी सममति का िठन ककया जो 1985 ई0 में
पंजीकृि हुई औि प्रयास जािी िखे I
3. 1983 ई0 मेंश्री शांिा कुमाि की सिकाि ने साि ववधायकों की एक ववधानसभा यागचका
सममति का िठन किके गिरिपाि क्षेत्र की लोक संस्कृति औि पिम्पिाओं को जनजािीय
पिम्पिाओं के अनुरूप माना औि अपनी रिपोटा दहमाचल सिकाि को सौंपी I
4. वषा 1995 ई0 में प्रो० प्रेम कुमाि धूमल ने सांसद िहिे पहली बाि गिरिपाि क्षेत्र को
जनजाति का दजाा देनेका मुद्दा उठाया I
5. ित्पश्चाि नब्बे के दशक में दहमाचल के दोनों प्रमुख िाजनीतिक दलों- कांग्रेस व भाििीय
जनिा पाटी के सभी सांसदों ने औि कोम्युतनस्ट पाटी के सांसदों ने भी हमािे मदुदे को
संसद मेंप्रमुखिा से उठाया I
6. 1996 ई0 में ही कल्याण ववभाि दहमाचल प्रदेश ने कें र सिकाि को िथ्यों के साथ अपनी
रिपोटा भेजी िथा उसी वषा डॉ0 एस0 के0 िुप्िा, तनदेशक जनजािीय अध्ययन संस्थान
मशमला नेगिरिपाि क्षत्रे पि अपनी ववस्ििृ रिपोटा ियै ाि की I
7. 23 अिस्ि 2002 को श्री जिि प्रकाश नड्डा जी ने संसदीय काया मंत्री िहिे दहमाचल
ववधान सभा में सिकािी संकल्प (प्रस्िाव) के द्वािा गिरिपाि क्षेत्र को जनजािीय दर्ाा देने
की मांि की I
8. 20 ददसम्बि, 2011 को प्रो० वीिेंर कश्यप, पूवा सांसद, के नेित्ृव मेंहाटी सममति का एक
मशष्ट मंडल ित्कालीन प्रधान मंत्री डॉ0 मन मोहन मसंह, कें रीय जनजाति मंत्री िथा महा
पंजीयक भािि सिकाि से ममलकि चचाा की I
9. वषा 2011 को कें र सिकाि ने दहमाचल प्रदेश सिकाि को जनजािीय दजे के मलए तनधाारिि
माप दण्डो के आधाि पि ववस्ििृ सवेकिवानेके मलए मलखा I
10. वषा 2013 में दहमाचल प्रदेश ववश्वववद्यालय के जनजािीय शोध एवं अध्ययन संस्थान
द्वािा पूिे गिरिपाि क्षत्रे का लोकूि आयोि द्वािा तनधाारिि माप दण्डों के आधाि पि सवे
ककया िया जजसकी रिपोटा वषा 2016 में दहमाचल ने श्री वीि भर मसंह सिकाि ने मंत्रत्रमंडल
में पारिि प्रस्िाव के साथ कें र सिकाि को भेजी लेककन उस रिपोटा में RGI नेकुछ आपतियां
लिाई थी जजसका तनिाकिण किना आवश्यक था I
11. वषा 2014 ई0 में लोक सभा चुनाव प्रचाि के दौिान नाहन मेंहुई एक ववशाल जनसभा में
ित्कालीन भा० ज० पा0 अध्यक्ष श्री िाजनाथ मसंह ने िथा 5 मई, 2017 को के न्द्रीय
जनजािीय मत्रं ी श्री जुएल ओिांव ने भी हरिपुि धाि के त्रबशुमेलें में हाटी समुदाय को
जनजाति का दर्ाा देने का मंच से वादा ककया था औि बी० जे० पी० ने वषा 2009 ई0 से
लिािाि हाटी मुददे को अपने चनु वी घोषणा पत्र मेंिखा हैI
12. 14 फिबिी 2017 को केन्द्रीय हाटी सममति का एक मशष्ट मंडल पूवा सांसद प्रो० वीिेंर
कश्यप के नेित्ृव मेंप्रधानमंत्री श्री निेंर मोदी, केन्द्रीय िहृ मंत्रीं श्री िाजनाथ मसंह, के न्द्रीय
जनजािीय मत्रं ी श्री जुएल ओिांव, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जिि प्रकाश नड्डा िथा महा
पंजीयक भािि सिकाि सेममलकि मुददे पि चचाा की I
13. केन्द्रीय हाटी सममति के अध्यक्ष डॉ0 अमी चदं कमल, चन्द्र मोहन ठाकुि िथा संसद श्री
वीिेंर कश्यप ने िह मंत्री िाजनाथ मसंह िथ महा पंजीयक भािि सिकाि के साथ बैठक ृ
कि ववस्िाि से अपना पक्ष िखा I
14. 29 अप्रैल, 2018 को पांवटा सादहब में एक हाटी सम्मलेन ककया िया िथा इसी वषा
गिरिपाि क्षेत्र में जस्थि िाजकीय महाववद्यालयों िाजिढ़, संिडाह, मशलाई, कफोटा, िथा
भिली में हाटी लोक सस्ं कृति पि ववद्यागथया ों के बीच हाटी बोली में भाषण, िायन आदद
प्रतियोगििाएं आयोजजि किवाई िई जजससे व्यापक प्रचाि प्रसाि हुआ I
वपछले दो वषों के कोिोना काल में कें रीय हाटी सममति द्वािा के न्द्रीय जनजािीय मंत्रालय,
प्रधानमंत्री कायाालय िथा दहमाचल प्रदेश सिकाि के साथ सूचना के अगधकाि का प्रयोि
कििेहुए पत्राचाि जािी िखा जजसका संज्ञान लेिेहुए प्रधान मंत्री कायाालय िथा जनजािीय
मंत्रालय ने दहमाचल प्रदेश सिकाि से गिरिपाि क्षत्रे के हाटी समुदाय पि नए मसिे से
ववस्ििृ एथ्नोग्राकफक सवे रिपोटा ियै ाि किने को कहा औि दहमाचल प्रदेश सिकाि के
जनजािीय ववभाि ने भी समयवद्ध ििीके से जनजािीय शोध एवं प्रमशक्षण संस्थान द्वािा
सभी साक्ष्यों के साथ रिपोटा िैयाि किके RGI द्वािा पहले लिाई िई आपतियों का भी
िथ्य पूणा समाधान ककया िया हैI ये रिपोटा 18 मसिम्बि, 2021 को के न्द्रीय जनजािीय
मंत्रालय िथा 19 अक्टूबि, 2021 को प्रधान मंत्री कायाालय भेजी िई साथ ही इसकी प्रति
के न्द्रीय हाटी सममति को भी भेजी िई है I
अब हम गिरिपाि क्षेत्र के सभी 144 पंचायिों मेंखुमली (बैठक) आयोजजि कि प्रधान मंत्री
के नाम प्रस्िाव पारिि किने के मलए आज एकत्र हुए हैंकक गिरिपाि क्षेत्र को जनजािीय
क्षेत्र घोवषि किने के मलए हमािे हाटी समुदाय को जनजाति का दर्ाा देकि दशकों पिुाणी
मांि को पिूा ककया जायेI
साथ ही इस बैठक में हमें इस बाि पि भी ववचाि किना है कक जनजािीय अगधकाि लेने
के मलए हम िाँव-िाँव में अपनी भोली-भली जनिा को भी जिाएं औि जरूिि पडी िो
संघषा के द्वािा कोई बड़ा जन आन्द्दोलन किने के मलए भी िैयाि िहें इसके मलए हम अपने
बुद्गधजीववयों, युवाओं औि मदहलाओं सेववशेष आह्वान कििेहैंकक िाजनीतिक द्वषे औि
कट्टििा को ककनािे िखिे हुए इस महान उद्देश्य के मलए एक मंच पि आएं औि एक
आवार् में कहें-
सम
ुदाय को ममले जनजाति का अगधकाि,
वनाा होिा च
ु
नाव का वदहष्काि
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